Bitcoin kya hai – दोस्तों एक समय था जब कोई करेंसी का प्रचलन नहीं था। तब इंसान एक वस्तु के बदले अन्य वस्तु की अदला-बदली करते थे। फीर नोट और सिक्को को उपयोग में लाए जाने लगा, जिससे लेन-देन के तरीके में पूरी तरह से बदलाव हो गया। और यही नोट और सिक्कें आज हमारी मुख्य मुद्रा है।
पर अब वक़्त बदल रहा हैं। अब दुनिया आधुनिक होती जा रहीं है। जिसके साथ सब-कुछ आधुनिक होता जा रहा हैं। इस आधुनिकता के साथ एक नयी करेंसी का दौर शुरू हो रहा है, जिसे कोई छू नहीं सकता, कोई देख नहीं सकता है। लेकिन फिर भी यह एक मूलयवान करेंसी बन गयी हैं।
इस करेंसी का नाम है बिटकॉइन “Bitcoin” जो क्रिप्टोकरेंसी के अन्तर्गत आती हैं। लेकिन बहुत से लोगों को यह नहीं पता है की Bitcoin kya hai यह एक ऐसी मुद्रा है जो हमेशा प्रचलन में रहती हैं। बिटकॉइन को एक दशक से भी ज्यादा का समय हो गया है, और यह समय के साथ-साथ और भी लोकप्रिय होती जा रही हैं। तो जानते हैं बिटकॉइन के बारे में सब-कुछ इसी लेख में की Bitcoin kya hai .
नमस्कार दोस्तों आपका स्वागत है Cryptowali.com पर। आज हम इस लेख में बिटकॉइन के बारें में जानेंगे की Bitcoin kya hai बिटकॉइन क्या है ? और यह कैसे काम करता हैं।
Bitcoin kya hai ? What is Bitcoin in Hindi ?
Bitcoin kya hai – आजकल के दौर में, एक शब्द जिसको सुनकर लोग उत्साहित हो जाते हैं, वह है “बिटकॉइन”। यह एक ऐसी डिजिटल मुद्रा है जिसने वित्तीय दुनिया में अपनी एक नयी जगह बना ली है।
इस आधुनिक युग में हम सबने बिटकॉइन के बारे में तो सुना है, पर क्या आपको यह पता है कि Bitcoin kya hai और इसका महत्व क्या है ? क्यों लोग इसके बारें में इतनी बातें करतें हैं।
बिटकॉइन एक डिजिटल करेंसी है, जिसको 2008 में सातोशी नाकामोतो नाम के एक व्यक्ति या समूह ने बनाया था। यह प्रत्येक व्यक्ति के पास पीयर-टू-पीयर नेटवर्क द्वारा संग्रहित होता है। बिटकॉइन पर किसी देश, सरकार या समूह का नियंत्रण नहीं होता हैं। इसका मतलब यह है कि बिटकॉइन एक स्वतंत्र करेंसी है, इसे कोई भी अपने कंट्रोल में नहीं रख सकता है।
बिटकॉइन की एक ख़ास बात यह है कि यह ब्लॉकचेन तकनीक पर कार्य करती है, जिसमें सभी ट्रांसक्शन वेरीफाई होतें हैं, बिना किसी तीसरे माध्यम के। यह एक बहुत अच्छा उदाहरण है कि डिजिटल टेक्नोलॉजी कैसे सुरक्षित और ट्रांसपेरेंट तरीके से व्यक्तिगत लेन-देन को संभव बना सकती है।
बिटकॉइन को ‘क्रिप्टोकरेंसी‘ भी कहा जाता है, क्योंकि इसके पीछे गहरे कैलकुलेशन और अल्गोरिदम होते हैं, जो बिटकॉइन की सुरक्षा और तकनीक को संभालते हैं। बिटकॉइन करेंसी की कीमत, आपूर्ति और मांग के आधार पर बदलती है, जिससे बिटकॉइन की कीमत में उतार-चढ़ाव या परिवर्तन होता हैं।
आजकल, लोग Bitcoin kya hai के जानने के बाद, बिटकॉइन को निवेश के रूप में भी देख रहे हैं, लेकिन इसके साथ ही यह करेंसी व्यापार, Financial Freedom और निवेश के प्रतीक के रूप में भी महत्वपूर्ण है। बिना किसी मध्यस्थ के, बिटकॉइन एक नए दौर का प्रतीक है, जो हमारे सोचने के तरीकों को बदल सकता है और वित्तीय प्रणाली में सुधार ला सकता है।
इसे भी पड़ें – क्रिप्टो करेंसी क्या है, और कैसे काम करती है ?
बिटकॉइन कैसे काम करता है ? How Does Bitcoin Work ?
बिटकॉइन कैसे काम करता है – लोगों के मन में Bitcoin kya hai के प्रश्न के साथ एक और प्रश्न आता है की “बिटकॉइन कैसे काम करता है” पूरी दुनिया में “Financial Technology” ने एक नया मुकाम हासिल किया है जिसमें बिटकॉइन करेंसी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। बिटकॉइन कैसे काम करता है, यह समझना बहुत जरुरी है क्योंकि बिटकॉइन एक Advanced Technology की प्रोसेस से जुड़ा है जिसमें तकनीक और वित्तीय गणना का मेल होता है।
बिटकॉइन की मुख्य तकनीक ब्लॉकचेन है, जिसमें सभी लेन-देनों का रिकॉर्ड सुरक्षित तरीके से स्टोर होता है। जब कोई व्यक्ति बिटकॉइन से जुड़ा लेन-देन करता है, तो वह ट्रांजैक्शन एक ब्लॉक में जोड़ दिया जाता है। यह ब्लॉक फिर पूरे नेटवर्क के कई कंप्यूटरों पर डिस्ट्रीब्यूटेड तरीके से स्टोर होता है।
इस प्रक्रिया को “माइनिंग” कहा जाता है, जिसमें कंप्यूटर प्रोग्राम्स Specific कठिनीयों को हल करने के लिए प्रतियोगी रूप से काम करते हैं और नए ब्लॉक्स को ब्लॉकचेन में जोड़ते हैं। इस प्रक्रिया के द्वारा न केवल नए बिटकॉइन निर्मित होते हैं, बल्कि सुरक्षित रूप से भविष्य में होने वाले लेन-देन का भी जोखिम कम किया जाता है।
इसके अलावा, बिटकॉइन की कीमत में मांग और आपूर्ति के कारण मूल्य में परिवर्तन होता रहता है। यदि ज्यादा लोग बिटकॉइन खरीदने लगते हैं, तो बिटकॉइन के मूल्य में वृद्धि होती है और उसके विपरीत ज्यादातर लोग बिटकॉइन को Sell करतें हैं तो बिटकॉइन के मूल्य में कमी होती हैं।
बिटकॉइन एक डिजिटल करेंसी होने के साथ-साथ एक Financial Freedom की एक उदाहरण है। इसका काम लेन-देन को सुरक्षित, भरोसेमंद और गोपनीय बनाना है, जिससे लोग डिजिटल विश्व में भरोसा कर सकें।
बिटकॉइन के प्रकार ? Types of Bitcoin


Types of Bitcoin – आज के आधुनिक युग में, बिटकॉइन की ख़बरें रोज़ाना हमारे कानों में पड़ती हैं। क्योंकि बिटकॉइन एक प्रसिद्ध डिजिटल करेंसी है। जो फाइनेंस के लेन-देन के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बिटकॉइन के कई प्रकार होते हैं? यह डिजिटल करेंसी के कईं प्रकार को प्रकट करता है और लोगों को पैसो की आवश्यकताओं के अनुसार उपयोग करने में मदद करता है।
प्राथमिक बिटकॉइन (BTC): यह वह मुद्रा है जिसने बिटकॉइन की शुरुआत की थी। यह करेंसी सबसे प्रसिद्ध है और इसकी कीमत बाजार की मांग और आपूर्ति के आधार पर तय होती है।
बिटकॉइन कैश (BCH): यह बिटकॉइन का एक प्रकार है जिसमें लेन-देन की Process तेज़ होती है और इसमें ब्लॉक का आकार बड़ा होता है, जिससे ज्यादा ट्रांसक्शन्स को सहारा मिलता है।
बिटकॉइन गोल्ड (BTG): बिटकॉइन का यह प्रकार ब्लॉकचेन की टेक्नोलॉजी में सुधार लाने के लिए बनाया गया है और इसका उपयोग सुरक्षित लेन-देनों के लिए किया जा सकता है।
लाइटकॉइन (LTC): इसे ‘दिग्गज’ बिटकॉइन के रूप में समझा जा सकता है, क्योंकि यह तेजी से लेन-देन को प्रोसेस करता है, और इसका उपयोग पर्सनल लेन-देन के लिए किया जा सकता है।
इथरियम (ETH): यह एक अलग प्रकार की डिजिटल करेंसी है जिसमें स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स का उपयोग किया जाता है, जो कईं प्रकार के ऐप्स और Financial सिस्टम के लिए उपयोगी होते हैं।
हमने विभिन्न Types of Bitcoin देखें। यह हमें बताता है कि बिटकॉइन सिर्फ एक Digital Currency ही नहीं है, बल्कि एक नई सोच और टेक्नोलॉजी का प्रतीक भी है जो हमारे वित्तीय भविष्य को बेहतर बना सकता है।
बिटकॉइन कैसे खरीदें ? (Bitcoin kaise kharide)


आज कल की तेजी से बदलती तकनीकी दुनिया में, बिटकॉइन कैसे खरीदें के सवाल ने Financial System को एक नयी दिशा में मोड़ दिया है। यह एक डिजिटल करेंसी है जो हमें सोने और चांदी की तरह सुरक्षित निवेश को छोड़ते हुए, एक नए तरीके से पैसा कमाने की राह दिखाती हैं।
बिटकॉइन कैसे खरीदें : सबसे पहले, आपको एक डिजिटल वॉलेट बनाना होगा। यह वॉलेट आपके बिटकॉइन संग्रहण और प्रबंधन के लिए होता है।
क्रिप्टो एक्सचेंज को चुने: बिटकॉइन कैसे खरीदें के लिए आपको एक क्रिप्टो एक्सचेंज को Choose करना होगा। जिसमे आप बिटकॉइन या क्रिप्टोकरेंसी खरीद या बेच सकतें हैं। यहाँ, आपके पास क्रिप्टो एक्सचेंज के लिए कईं ऑप्शन हैं जैसे कि CoinDCX, CoinSwitch Kuber, WazirX आदि।
अकाउंट बनाना: क्रिप्टो एक्सचेंज को सिलेक्ट करने के बाद आपको चुने हुए एक्सचेंज पर खाता खोलने के लिए आवश्यक जानकारी Fill करनी होगी, जैसे कि मोबाइल नंबर, जीमेल आईडी, पैन कार्ड डिटेल्स, आधार कार्ड नंबर और अन्य जानकारी।
वेरिफिकेशन प्रक्रिया: कुछ एक्सचेंज प्लेटफ़ॉर्म वेरिफिकेशन प्रक्रिया करतें हैं, जो आपकी पहचान की पुष्टि करने के लिए होती है। इसके बाद आपका अकाउंट बन जाता है।
बिटकॉइन खरीदना: आपका अकाउंट बनने के बाद, आपको पैसे जमा करने हैं, फिर आप अपने क्रिप्टो एक्सचेंज पर जाकर बिटकॉइन खरीद सकते हैं।
इस तरीके से, आप बिटकॉइन कैसे खरीदें की प्रोसेस को करके एक नया क्रिप्टो एक्सचेंज अकाउंट खोल सकतें हैं। और क्रिप्टो में अपनी इन्वेस्टमेंट कर सकतें हैं।
अगर आपको संक्षेप में सीखना है की क्रिप्टो एक्सचेंज में बिटकॉइन कैसे खरीदें के लिए अकाउंट कैसे ओपन करें तो आप यह लेख पड़ें – बिटकॉइन कैसे खरीदें ? Full Process Step by Step
बिटकॉइन के फायदें और बिटकॉइन के नुकसान
बिटकॉइन के फायदें
- बिटकॉइन हमें आत्मनिर्भर बनने और पैसे कमाने के अवसर प्रदान करता हैं। बिटकॉइन का उपयोग करके हम खुद पैसो से जुड़े निर्णय ले सकते हैं और किसी तीसरे पक्ष की आवश्यकता नहीं होती है।
- Bitcoin अंतरराष्ट्रीय लेन-देन को आसान और तेज बनाता है। बिटकॉइन के द्वारा हम किसी व्यक्ति या किसी समूह के साथ लेन-देन कर सकते हैं, जिससे समय और ऊर्जा की बचत होती हैं।
- बिटकॉइन हमें वित्तीय स्वतंत्रता प्रदान करता है। बिटकॉइन के साथ, हमें किसी बैंक या फाइनेंस कंपनी के साथ जुड़ने की ज़रूरत नहीं होती, जिससे हमारी पर्सनल जानकारी सुरक्षित रहती है।
- बिटकॉइन ने इन्वेस्टमेंट के क्षेत्र में भी एक नया रास्ता खोला है। जिससे हम निवेश करके हमारी सम्पति में वृद्धि कर सकते हैं, और बिटकॉइन की बढ़ती कीमतों के साथ हम भी हमारी कमाई का एक नया जरियाँ बना सकतें हैं।
इन सभी फायदों के साथ, बिटकॉइन ने इन्वेस्टमेंट के नए रास्तें खोल दिए हैं। और बिटकॉइन ने सुरक्षित, गुणवत्ता पूर्ण डिजिटल करेंसी के रूप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
बिटकॉइन के नुकसान
बिटकॉइन के फायदें के साथ बिटकॉइन के नुकसान की भी News हमें सतर्क और सावधान रहने के लिए प्रेरित करती हैं। यह डिजिटल करेंसी, जिसकी कीमतें तेजी से बड़ रही है, यह कई तरह के नुकसानों भी साथ लाती हैं। जो निम्नलिखित हैं।
- बिटकॉइन के नुकसान में पहले नंबर पर वोलेटिलिटी का खतरा है। बिटकॉइन की कीमतें तेजी के साथ ऊपर-निचे होती हैं, जिससे बिटकॉइन में पैसे लगाने वालों को नुकसान हो सकता है।
- बिटकॉइन के नुकसान में पहले नंबर पर वोलेटिलिटी का खतरा है। बिटकॉइन की कीमतें तेजी के साथ ऊपर-निचे होती हैं, जिससे बिटकॉइन में पैसे लगाने वालों को नुकसान हो सकता है।
- बिटकॉइन के नुकसान में सुरक्षा की समस्याएँ भी शामिल हैं। हैकिंग का खतरा होने के कारण, आपकी डिजिटल करेंसी या बिटकॉइन के चोरी होने का खतरा रहता है।
- बिटकॉइन के नुकसान में मूल्य की अस्थिरता भी है। इसकी मूड स्विंग्स के कारण, निवेशकों को अचानक हानि का सामना करना पड़ सकता है।
- बिटकॉइन के नुकसान में एक और समस्या यह है कि इसे पूरी तरह से स्वीकार करने वाले System की कमी है। बिटकॉइन के storage और लेन-देन की प्रक्रिया कई बार समय लेती है और यह अक्सर व्यापर प्रणाली की तुलना में अधिक समय लेती हैं।
इसलिए, बिटकॉइन के नुकसान की संभावनाओं को समझकर सावधानी बरतना जरुरी है। इन्वेस्टमेंट में सफलता पाने के लिए Investor को सूचना और शिक्षा प्राप्त करनी चाहिए ताकि वे समझदारी से निवेश कर सकें।
बिटकॉइन का इतिहास, Bitcoin history in Hindi
Bitcoin history in Hindi – बिटकॉइन का इतिहास रोमांच से भरा है, जिसने डिजिटल करेंसी के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण बदलाव की शुरुआत की। वर्ष 2008 में, सतोशी नकमोटो नामके व्यक्ति द्वारा बिटकॉइन का निर्माण किया गया और 2009 में बिटकॉइन से जुडी पहली लेन-देन की गई। यह डिजिटल करेंसी बिना किसी तीसरी तकनीक की सहायता से लेन-देन को छूट देती है।
बिटकॉइन की कीमत, मांग बढ़ने के साथ बढ़ती है। बिटकॉइन ने फाइनेंसियल वर्ल्ड में एक महत्वपूर्ण स्थान बना लिया है। इसके साथ ही, बिटकॉइन में पूरी दुनिया की रुचि भी बढ़ी है, और बिटकॉइन इन्वेस्टर और व्यापारिओं के लिए एक आकर्षक विकल्प बन गया है। बिटकॉइन का इतिहास हमें यह दिखाता है कि कैसे एक नयी डिजिटल युग की शुरुआत हुई।
Bitcoin Wallet क्या है ?
बिटकॉइन वॉलेट एक ऑनलाइन अकाउंट की तरह होता है, इस वॉलेट में बिटकॉइन सुरक्षित रूप से रखे रहतें है और इस वॉलेट का उपयोग करके आप लेन-देन कर सकतें हैं।
बिटकॉइन वॉलेट आपके बिटकॉइन को रखने और लेन-देन करने के लिए एक सुरक्षित वॉलेट होता है। जब आप बिटकॉइन खरीदते हैं, तो आपको उन्हें सुरक्षित रूप से रखने के लिए एक वॉलेट की आवश्यकता होती है। बिटकॉइन वॉलेट ऑनलाइन और ऑफ़लाइन दोनों प्रकार के होते हैं।
बिटकॉइन वॉलेट Two Types के होते हैं: हॉट वॉलेट और कोल्ड वॉलेट (Hot & Cold Wallet)। हॉट वॉलेट ऑनलाइन होता है इसमें आप बिटकॉइन का उपयोग आसानी से कर सकतें हैं। जबकि कोल्ड वॉलेट ऑफलाइन होता है, इसमें आपके बिटकॉइन को हॉट वॉलेट की तुलना में अधिक सुरक्षा मिलती हैं।
भारत में बिटकॉइन का भविष्य क्या है ?
भारत में बिटकॉइन का भविष्य – भारत में सरकार ने बिटकॉइन और क्रिप्टोकरेंसी पर नए दिशा-निर्देश जारी करने की प्रक्रिया शुरू की है। वित्त मंत्रालय के अनुसार बिटकॉइन और क्रिप्टोकरेंसी पर सुरक्षा, और प्रबंधन के पहलु पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा हैं। यह सुनिश्चित करने का प्रयास है कि, बिटकॉइन का उपयोग व्यापार और निवेश के मामले में सुरक्षित और नियमित रूप से हो। कुल मिलकर भारत में बिटकॉइन का भविष्य क्या है यह सरकार के Rules और रेगुलेशंस आने के बाद ही साफ़ होगा।
बिटकॉइन कैसे बनता हैं ?
बिटकॉइन कैसे बनता हैं ? – बिटकॉइन एक प्रक्रिया द्वारा बनता है जिसे “माइनिंग” कहा जाता है। और जो यह बिटकॉइन बनाने की “माइनिंग” करतें हैं उन्हें “माइनर्स” कहते हैं। यह “माइनर्स” हम और आप जैसे आम लोग हीं होते हैं।
यह माइनर्स पावरफुल कंप्यूटर का उपयोग करके ट्रांजैक्शन को वेरीफाई करते हैं और उन्हें ब्लॉक चेन में जोड़ते हैं। इस जटिल प्रक्रियां में मेहनत और ऊर्जा की बहुत जरुरत होती है। और यहाँ तक कि माइनर्स एक नए ब्लॉक को बनाने के लिए एक प्रक्रिया को ‘प्रूफ ऑफ वर्क‘ के रूप में पूरा करते हैं। उन्हें माइनिंग के बदले बिटकॉइन रिवार्ड्स के रूप में मिलता है।
निष्कर्ष
Bitcoin kya hai – बिटकॉइन एक डिजिटल करेंसी है और यह ब्लॉकचैन तकनीक पर कार्य करती है। वर्ष 2008 में सातोशी नाकामोतो द्वारा बिटकॉइन की खोज की गयी और वर्ष 2009 में बिटकॉइन से जुडी पहली ट्रांसक्शन की गयी। बिटकॉइन को बिटकॉइन के कईं प्रकार भी होते हैं। बिटकॉइन को खरीदने के लिए आपका क्रिप्टो एक्सचेंज में अकाउंट होना चाहिए, जिससे आप बिटकॉइन को खरीद या बेच सकतें हैं। इसके साथ ही बिटकॉइन के फायदें और नुकसान भी होते हैं।
आज हमने क्या सीखा
दोस्तों आज हमने “Bitcoin kya hai” लेख में बिटकॉइन के बारें में जाना जैसे की Bitcoin kya hai, what is bitcoin in hindi, यह कैसे काम करता हैं, बिटकॉइन कैसे खरीदें आदि के बारें में हमने इस लेख Bitcoin kya hai में विस्तार से जाना। मुझे आसा है की आपको यह लेख Bitcoin kya hai पसंद आया होगा। इस लेख को लिखने के लिए हमने बहुत रिसर्च करी है। इसलिए आपको यह लेख Bitcoin kya hai अच्छा लगा हो तो कमेंट करके जरूर बताना। धन्यवाद।
FAQs
Question – बिटकॉइन किस देश की करेंसी है ?
बिटकॉइन किसी देश की करेंसी नहीं है। यह एक डिजिटल करेंसी है जो अन्य करेंसी के साथ तथा अपने आप में उपयोग होती है। यह डेसेंट्रलाइज्ड और पीर-टू-पीर टेक्नोलॉजी पर काम करती है।
Question – बिटकॉइन को किसने बनाया?
बिटकॉइन को सातोशी नाकामोतो ने वर्ष 2008 में बनाया। और वर्ष 2009 में बिटकॉइन से जुड़ा पहला लेन-देन किया गया था।
Question – बिटकॉइन कैसे खरीदें ?
बिटकॉइन खरीदने के लिए पहले आप क्रिप्टो एक्सचेंज या एप्लिकेशन चुनें। उस पर अकाउंट बनाएं और आवश्यक जानकारी Fill करें। फिर आप अपने अकाउंट से पैसे जमा करके बिटकॉइन खरीद सकते हैं। खरीदारी के बाद, आप अपने डिजिटल वॉलेट में बिटकॉइन सुरक्षित रूप से रख सकते हैं।
Question – बिटकॉइन क्या है ? bitcoin kya hai ?
Bitcoin kya hai – बिटकॉइन एक डिजिटल करेंसी है। यह प्रत्येक व्यक्ति के पास पीयर-टू-पीयर नेटवर्क द्वारा संग्रहित होता है। बिटकॉइन पर किसी देश, सरकार या समूह का नियंत्रण नहीं होता हैं। इसका मतलब यह है कि बिटकॉइन एक स्वतंत्र करेंसी है, इसे कोई भी अपने कंट्रोल में नहीं रख सकता है।
Question – भारत में बिटकॉइन का भविष्य ?
भारत में बिटकॉइन वित्तीय तकनीक के विकास से यह नये विकल्प और नयी संभावनाओं का प्रतीक बन चुका है। लेन-देन के साथ, यह आम लोगों को आवाज़ देने, पैसे की कमी को दूर करने और डिजिटल अर्थव्यवस्था में नए द्वार खोल सकता है।
Question – 2009 में बिटकॉइन की कीमत क्या थी ?
बिटकॉइन की वर्ष 2009 में कीमत सिर्फ 6 पैसे थी जो ना के बराबर थी।
Question – बिटकॉइन के फायदें ?
बिटकॉइन में निवेश करके हम पैसे कमा सकतें हैं जिससे हमें वित्तीय स्वतंत्रता प्राप्त करते हैं। बैंकों की जरूरत नहीं होती, अंतरराष्ट्रीय लेनदेन हम आसानी से कर सकतें है।
Question – बिटकॉइन के नुकसान ?
बिटकॉइन के नुकसान – बिटकॉइन के नुकसान में बिटकॉइन के कीमत की अस्थिरता, हैकिंग का खतरा और अन्य खतरें शामिल है।
Question – फ्री में बिटकॉइन कैसे कमाए ?
फ्री में बिटकॉइन कमाने के तरीके ऑनलाइन विज्ञापन देखना, वेबसाइट्स पर सर्वे करना, क्रिप्टो फॉन्टेन, और बिटकॉइन फॉन्टेन की तरह खेलना हैं। ध्यान दें कि इसमें निवेश के बिना लाभ की कोई गारंटी नहीं है।
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क्रिप्टो करेंसी क्या है, और कैसे काम करती है ?
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पढ़ने के लिए धन्यवाद “Bitcoin kya hai ? जाने बिटकॉइन के बारें में सब-कुछ इसी पोस्ट में“
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